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संवासिनी गृह मामले पर योगी सरकार निशाने पर ,57 कोरोना पोजटिव लड़कियों का मामला

संवासिनी गृह मामले पर प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर साधा निशाना


इस मामले के सामने आने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है, साथ ही कई तरह के सवाल भी खड़े हो रहे हैं। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस मामले पर प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने इसे घोर लापरवाही बताया है।

प्रियंका गांधी ने रविवार को इस मामले में लिखा, 'कानपुर के सरकारी बाल संरक्षण गृह में 57 बच्चियों को कोरोना की जांच होने के बाद एक तथ्य आया कि 2 बच्चियां गर्भवती निकलीं और एक को एड्स पॉजिटिव निकला।जांचों के नाम पर सब कुछ दबा दिया जाता है। सरकारी बाल संरक्षण गृहों में बहुत ही अमानवीय घटनाएं घट रही हैं।''


कानपुर संवासिनी गृह मामला में अखिलेश यादव ने योगी सरकार से की जांच की मांग


कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का इस मामले में बयान सामने आया है। अखिलेश ने इस मामले में उच्चस्तरीय जांच और दोषियों को सजा दिलाने की मांग की है। अखिलेश यादव ने सोमवार को ट्वीट करके कहा, 'कानपुर के सरकारी बाल संरक्षण गृह से आई खबर से उप्र में आक्रोश फैल गया है। कुछ नाबालिग लड़कियों के गर्भवती होने का गंभीर खुलासा हुआ है। इनमें 57 कोरोना से व एक एड्स से भी ग्रसित पाई गयी है, इनका तत्काल इलाज हो।'



सीएम  योगी ने डीएम कानपुर से की बात


घटना सामने आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीएम से बात की। राजकीय बालिका गृह में दो 17 साल की लड़िकयों के गर्भवती पाए जाने को लेकर महिला आयोग की सदस्य पूनम कुमार ने बताया कि इस मामले का संज्ञान मुख्यमंत्री ने लिया है और उन्होंने खुद डीएम से बात की है। बता दें कि शेल्टर होम में कई लड़कियां पॉक्सो एक्ट के तहत आती हैं, ये नाबालिग होती हैं इसलिए इन्हें यहां लाया जाता है। वहीं इस पूरी घटना के बाद स्वरूप नगर स्थित इस राजकीय बालिका गृह को पूरी तरह से सील कर दिया गया है।

ये है पूरा मामला देखे 


उत्तर प्रदेश के कानपुर में स्थित सरकारी बाल संरक्षण गृह में एक साथ 57 लड़कियों के कोरोना वायरस संक्रमित मिलने से हड़कंप मच गया है। खबर है कि यहां 7 लड़कियां गर्भवती भी पाई गई हैं। जांच के दौरान पता चला कि दो लड़कियां एचआईवी और हेपेटाइटिस सी से भी ग्रसित हैं। इस मसले पर प्रशासन की ओर से सफाई भी दी गई है। विवाद पर कानपुर डीएम ने ट्वीट किए, उन्होंने लिखा कि कानपुर संवासिनी गृह में कोरोना पॉज़िटिव मामलों में से दो गर्भवती लड़कियों की खबर के बारे में यह स्पष्ट करना है कि ये पॉक्सो एक्ट के तहत CWC आगरा तथा कन्नौज के आदेश से दिसंबर 2019 में यहां संवासित की गई थीं और तत्समय किए गए मेडिकल परीक्षण के अनुसार ये पहले से गर्भवती थीं।


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