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डाक्टर की करतूत से मरीज का परिवार हो गया कंगाल, दर्द सुनकर डीएम भी हो गये हैरान

जौनपुर। नगर के एक नर्सिंग होम के डाक्टर की करतूत ने धरती के भगवान माने जाने वाले चिकित्सक पर कालिख पोत दिया है। आरोप है कि डाक्टर की लापरवाही के कारण मरीज जीवन और मौत के बीच जुझ रहा है। उधर परिवार वाले उसकी जान बचाने के लिए अपनी जमीन तक बेच डाली है। अब डाक्टर ने उसे कही और इलाज कराने लिए रेफर कर दिया। घर का सारा पैसा समाप्त हो गया जीवन यापन करने के लिए बचे खेत भी बिक गया अब ऐसे में इस परिवार के पास फुटी कौड़ी भी नही बची है। पूरा परिवार आज मरीज को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर डीएम से गुहार लगायी। इस दरम्यान पूरे परिवार की पीड़ा आशुओ में बहती नजर आयी। पति, भाई सभी रो रोकर अपना दर्द बयां किया। डीएम ने इस मामले को गम्भीरत से लेते हुए जिला अस्पताल के सीएमएस को बुलाकर इलाज करने का आदेश दिया तथा आरोपो की जांच के लिए सीएमओ और सिटी मजिस्ट्रेट  की टीम गठित कर दिया।



सिकरारा थाना क्षेत्र के जनेवरा गांव के निवासी शैलेन्द्र गौतम की पत्नी रीता देवी को पत्थरी की शिकायत थी। परिवार वाले इलाज के लिए एक जनवरी 2020 को नईगंज स्थित संगम हास्पिटल एण्ड रिसर्च सेंटर में भर्ती कराया। पति शैलेन्द्र और भाई अनिल गौतम ने बताया कि डाक्टर सी एस यादव ने आरपरेशन और इलाज करने की कीमत नौ हजार रूपये बताया। हम लोग पैसा जमा कर दिया। उसके बाद डाक्टर आपरेशन किया। आपरेशन करने के तीन दिन बाद अस्पताल से छुट्टी कर दिया। हम लोग उसे लेकर घर चले आये लेकिन दूसरे दिन रात में रीता की तबियत पुनः खराब हो गयी ।हम लोग रात में ही उसे लेकर डाक्टर सी एस यादव के पास आये। डाक्टर जल्द ही ठीक करने का दावा करते हुए उसे भर्ती कर लिया। करीब एक माह के इलाज करने के बाद भी तबियत ठीक नही हुआ तो दो फरवरी का बीएचयू के लिए रेफर दिया। वहां जाने पर डाक्टर ने


बताया कि आपरेशन के समय नस कट गया है जिसके कारण गंदा पानी बाहर न निकलकर अन्दर ही ै रह जा रहा है। बीएचयू में चले इलाज में दो लाख रूपये खर्च हो गया। इलाज के लिए अपनी जमीन बेच दिया। बुधवार को बीएचयू के डाक्टरो ने जवाब देते हुए पीजीआई लखनऊ के लिए रेफर कर दिया। अब इलाज के लिए पैसा नही बचा है। उसकी जान बचाने के लिए परिवार वाले मरीज को लेकर डीएम के दरबार पहुंचकर पूरी जानकारी दिया। डीएम दिनेश कुमार सिंह ने इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए जिला अस्पताल के सीएमएस डा0 ए के शर्मा को बुलाकर उसका तत्काल इलाज करने का आदेश दिया। उसके बाद सीएमओ और सिटी मजिस्टेªट की एक टीम गठित करके पूरे मामले की जांच शुरू करा दिया है।


मरीज के भाई अनिल कुमार ने बताया कि बताया संगम अस्पताल में आरपरेशन सरकारी अस्पताल में तैनात डा0 बीएन यादव ने किया था।


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