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जिला अस्पताल के एक डाक्टर द्बारा मरीज के पिता से अभद्र व्यवहार से सम्बोधित किया जा रहा है

जौनपुर - अमर शहीद उमानाथ सिंह जिला चिकित्सालय में अपनी बिमारियों के साथ पूजा रावत पत्नी दिलीप कुमार उम्र 30 वर्षीय गैस व सांस की परेशानियों की वजह से पीड़ित को पुरुष चिकित्सालय के महिला वार्ड बेड नंबर 27 पर चिकित्सा हेतु डाक्टर ने भर्ती किया गया।



जौनपुर - अमर शहीद उमानाथ सिंह जिला चिकित्सालय में अपनी बिमारियों के साथ पूजा रावत पत्नी दिलीप कुमार उम्र 30 वर्षीय गैस व सांस की परेशानियों की वजह से पीड़ित को पुरुष चिकित्सालय के महिला वार्ड बेड नंबर 27 पर चिकित्सा हेतु डाक्टर ने भर्ती किया गया।बिमार मरीज पूजा रावत को उसके पिता रविन्द्र कुमार निवासी पचहटिया ने जिला चिकित्सालय में डाक्टर शायन दास को देखाया था।


दिनांक - 11/11/2019 को पूजा को तकलीफ़ होने पर मरीज पूजा के पिता ने डाक्टर शायन दास से महिला वार्ड में सम्पर्क कर के बताया कि मेरी पुत्री की परेशानी कम नहीं हो रही है।आप एक बार चल कर देख ले डाक्टर साहब।तभी भगवान् कहे जाने वाले डाक्टर साहब ने मरीज के पिता को बोला तुम हरामखोर हो तेरा मरीज मैं नहीं देख सकता मैं तुमको वाराणसी रेफर कर दूंगा वहीं जाकर अपने मरीज का इलाज कराओ।


मरीजों के भगवान् कहे जाने वाले डाक्टर साहब ने जब पूजा के पिता को ऐसे कठोर शब्दों से नवाज रहे थे तभी वहां खड़े एक पत्रकार बंधु ने डाक्टर साहब को तत्काल रोका कि आपको किसी भी मरीज से एवं उनके परिजनों से ऐसे कठोर शब्दों का इस्तेमाल करना बेहद निंदनीय है।जिसकी शिकायत तत्काल जिला चिकित्सालय के सीएमएस डॉ अभिमन्यु जी से किया गया तभी पत्रकार बंधु को सीएमएस डाक्टर अभिमन्यु ने बताया कि डाक्टर शायन दास की इसके पहले भी बहुत शिकायत आ चुकी है।सीएमएस साहब ने यह जानकारी प्राप्त कराते हुए बोले की डाक्टर शायन दास उत्तर प्रदेश से नहीं है जिनको मरीज व उनके परिजनों से कैसे बात किया जाता है यह नहीं ज्ञात है।



डाक्टर साहब को जौनपुर जिले में आये लगभग एक वर्ष से अधिक होने को आ रहा है परन्तु आज तक डाक्टर साहब को मरीज व मरीजों के परिजनों से कैसे बात किया जाता है यह तो ज्ञात नहीं हुआ लेकिन डाक्टर साहब को यह जरूर ज्ञात हो गया है मरीज व मरीजों के परिजनों को गाली कैसे दिया जाता है।यह भली भांति ज्ञात हुआ है।आप यह अनुमान लगा सकते हैं कि डाक्टर साहब गरीब व साधारण व्यक्ति के परिजन व उनके मरीजों को किन किन शब्दों से नवाजते होंगे।


बीमार मरीज डाक्टर के दवाईयों से ज्यादा डाक्टरों के अच्छे आचरण व स्वाभाव से दुरुस्त हो जाते हैं परन्तु यदि भगवान् कहे जाने वाले डाक्टर द्बारा मरीज को कठोर व आपत्ति जनक शब्दो से संबोधित किया जाएगा तो एक मरीज के लिए उससे भारी और कोई पीढ़ा नहीं है।यह जौनपुर अमर शहीद उमानाथ सिंह जिला चिकित्सालय के डाक्टर का बेहद शर्मनाक तरीका एक पूजा के साथ ही नहीं रहा है बहुत से मरीजों व उनके परिजनों के साथ डाक्टर सयन दास के अच्छे आचरण नहीं रहे हैं।


जिला चिकित्सालय में डाक्टर शायन दास एक पैथोलॉजिस्ट है लेकिन ट्रेनिंग के लिए आए नये युवकों द्बारा पैथोलॉजिस्ट का कार्य लिया जाता है जब कि यह कार्य डाक्टर शायन दास को करना चाहिए।सीएमएस साहब से मिलीं जानकारी के अनुसार जिला चिकित्सालय में फिजीशियन डाक्टर बहुत कम होने के कारण डाक्टर शायन दास फिजीशियन मरीज देख रहे हैं।जिला चिकित्सालय में डाक्टर द्बारा लोगों के जीवन के साथ हो रहा है बहुत बड़ा खिलवाड़।जिला प्रशासन से निवेदन करता हूं कि ऐसे कठोर व अपशब्द आचरण वाले डाक्टर शायन दास को गैर जनपद स्थानांतरण किया जाना अति आवश्यक है।


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