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पुलिस ने सेवानिवृत नर्स के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा किया दर्ज

कालपी(जालौन)।


बीते 25 सितम्बर को रिटायर्ड नर्स के घर गर्भपात के दौरान हुई महिला की मौत के मामले मे महिला के भाई की तहरीर पर  कोतवाली पुलिस ने सेवानिवृत्त नसज के विरूद्ध गैर इरादतन हत्या व गर्भपात कराने की धाराओ मे मुकदमा दर्ज कर लिया। जबकि जांच के लिए आई मुख्य चिकित्साधिकारी ने नर्स को क्लीन चिट दे दी थी।




मालूम हो कि बीते 25 सितंबर को कानपुर देहात जिले की भोगनीपुर थाना क्षेत्र के रैगुवा गांव की निवासी गर्भवती महिला मनु अपने पति हिमांशू के साथ कालपी इलाज के लिए आई थी। जहाँ पर उसने पचपिण्डा देवी के समीप रहने वाली एक सेवानिवृत्त नर्स के यहा इलाज कराया। इस दौरान सेवानिवृत्त नर्स ने उसे बताया कि पेट मे बच्चा खराब हो गया है सफाई करनी पड़ेगी।


जिसके लिये उसने 8 हजार रूपये मांगे थे। जिसमे से तीन हजार रूपये दे दिये थे। इसके बाद उक्त नर्स ने महिला को दवा दी। जिसके बाद उसके दर्द होना शुरू हो गया और नर्स उसे अपने घर मे ही इलाज के लिये रोके रही जब उसकी मौत हो गई। तो उसे सामुदायिक स्वास्थ केंद्र ले जाने को कहा जब महिला का पति व भाई उसे सी.एच.सी ले गये। जहाँ चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिसकी सूचना पुलिस को दी गई तथा पुलिस ने शव का पीएम कराया।


उक्त मामले मे महिला के भाई हरिओम पाण्डेय निवासी मंगरौल ने बीते सोमवार को कोतवाली पहुँचकर मामले की तहरीर दी थी। जिस पर पुलिस ने सेवानिवृत्त नर्स मीरा शर्मा के विरूद्ध गैर इरादतन हत्या व गर्भपात कराने का मुकदमा दर्जकर लिया। 

सीएमओ ने सेवानिवृत नर्स को दी क्लीन चिट
गर्भपात के दौरान मनु की मृत्यु के बाद जब मामला गर्भपात कराने का मामला प्रकाश मे आया। तो मामले की जांच करने 26 सितंबर को मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अल्पना बरतारिया नगर मे स्थित सेवानिवृत्त नर्स के घर आयी थी। जहां पर उन्होने जांच पडताल की थी और उसके बाद मृतक महिला के घर वालो के बयान भी दर्ज किये थे। जिसके बाद उन्होने नर्स को महिला की मौत के मामले में क्लीन चिट दे दी थी। कोतवाल सुधाकर मिश्रा ने बताया कि मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की निष्पक्षता से विवेचना होगी। जो भी तथ्य उजागर होंगे उसी के अनुरूप कार्यवाही की जायेगी।


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