हाथरस प्रकरण -मीडिया को मिली इजाज़त,योगी नेदिए आदेश
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीडिया को न रोके जाने के निर्देश दिए हैं
- सीएम ने कहा- मीडिया को न रोका जाए
हाथरस में मीडिया को पीड़ित परिवार से बात करने की इजाजत दे दी गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूचना और गृह विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान ये निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि हाथरस में मीडिया को जाने की इजाजत दे दी जाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज इस मामले में सूचना और गृह विभाग के साथ बैठक की. बैठक के दौरान ही मुख्यमंत्री ने ये निर्देश जारी किए. उन्होंने बैठक के बीच ही कहा कि हाथरस में मीडिया जाने से न रोका जाए।
पीड़िता की मां मीडिया से बात करते हुए रोने लगी। उन्होंने कहा कि हमारी बेटी को मिट्टी नहीं दी उनलोगों ने। उन्होंने रोते-रोते कहा कि हमारी बहू पुलिसवालों से गुहार लगाती रही कि हमें एक बार ननद का चेहरा देखने दो, लेकिन उन्होंने आखिरी बार चेहरा भी नहीं देखने दिया।
पता नहीं तुम्हारे खाते में कितने पैसे गए?
पीड़िता की मां ने कहा कि एसआईटी टीम और दूसरे अधिकारी उनके घर आए तो उन्हें एक ही बात कह रहे थे, 'तुम्हें पैसे मिल रहे हैं...अरे तुमको पैसे मिल रहे हैं...पता नहीं तुम्हारे खाते में कितने पैसे गए...मुझे नहीं पता...' पीड़िता की मां ने कहा कि उन्हें नहीं पता उनके खाते में कितने पैसे आए हैं? उन्हें इंसाफ चाहिए।
14 सितंबर को मैं और बेटी दोनों घबराई हुई थीं
पीड़िता की मां से उनके 14 सितंबर के बयान को लेकर सवाल पूछा गया कि 14 सितंबर को उन्होंने क्यों नहीं कहा कि उनकी बेटी के साथ गलत हुआ है।
इस पर पीड़िता की मां ने कहा कि 'उस दिन हादसे के बाद वो घबराई हुई थीं, उनकी बेटी घबराई हुई थी, लोग बोल रहे थे कि यहां से जल्दी ले जाओ.जल्दी ले जाओ...वहां जांच हुई तब पता चली।'
नार्को टेस्ट पर पीड़िता की मां ने कहा कि उन्हें पता नहीं कि ये चीज होती क्या है, वे लोग नार्को टेस्ट नहीं करवाएंगे।
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