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Kanpur Encounter :विकास दुबे एनकाउंटर पर UP पुलिस संदेह के घेरे में , देने होंगे कई सवालों के जवाब

यूपी का मोस्ट वॉन्टेड गैंगस्टर विकास दुबे आखिरकार उसी कानपुर में पुलिस की गोलियों का शिकार बन गया, जिस कानपुर से उसने खौफ का कारोबार किया। एसटीएफ की टीम उसे उज्जैन से लेकर कानपुर आ रही थी। 


यूपी पुलिस और एसटीएफ की टीम ने शुक्रवार की सुबह कानपुर की सीमा के अंदर ही इस एनकाउंटर को अंजाम दिया। लेकिन अब इस मुठभेड़ को लेकर कई बड़े सवाल उठ रहे हैं, जिनके जवाब यूपी पुलिस को देने हैं। 


1. कानपुर की सीमा में आने के बाद एसटीएफ के काफिले की गाड़ी का एक्सीडेंट कैसे हुआ?


2. एसटीएफ की गाड़ी कैसे पलटी? किन हालात में एक्सीडेंट हुआ?


3. क्या लगातार भागने वाला विकास दुबे इस हालत में था कि उसने एक्सीडेंट होते ही पुलिस के हथियार छीन लिए?


4. क्या एसटीएफ ने विकास दुबे को लाते समय सावधानी नहीं बरती, जो उसने पुलिस से भिड़ने की हिम्मत जुटाई?


5. विकास दुबे ने पहले पुलिस पर फायर किए या पुलिस ने उसे रोकने के लिए गोली चलाई?


6. प्रभात वाले घटनाक्रम से सबक क्यों नहीं लिया गया?



7. दोनों तरफ से इस एनकाउंटर के दौरान कितने राउंड गोली चली?


8. जिस विकास दुबे ने खुद उज्जैन में चिल्ला चिल्लाकर मीडिया के सामने गिरफ्तारी दी थी। अचानक शुक्रवार की सुबह उसका मन कैसे बदल गया?


9. 24 घंटे में पुलिस की एक गाड़ी पंचर हुई और दूसरी गाड़ी पलटी


10. खुद सरेंडर करने वाला विकास दुबे क्यों एक हथियार लेकर भागने की कोशिश करेगा?


11. क्या विकास को हथकड़ी नहीं लगाई गई थी? ना बरती गई सावधानी


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12. आखिर कानपुर आकर ही क्यों भागने लगा था विकास दुबे


13. क्या मुठभेड़ में सीने पर गोली मारी जाती है? क्या पुलिस का मकसद उसे रोकना नहीं, जान से मारना था


14. इस पूरे एनकाउंटर के बारे में पुलिस और एसटीएफ के अधिकारी और जवान बोलने से क्यों बच रही है?


15. उज्जैन पुलिस ने विकास दुबे को गिरफ्तार क्यों नहीं किया और यूपी एसटीएफ को सौंपने से पहले उसे ट्रांजिट रिमांड के लिए अदालत क्यों नहीं ले जाया गया?


16. मुठभेड़ से सिर्फ 10 मिनट पहले मीडिया को हाइवे पर क्यों रोका गया? जब मौके पर मौजूद संवाददाताओं ने पुलिस से सवाल पूछा, तो क्यों कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया?


17. 10 मिनट से भी कम वक्त में आजतक की टीम मौके पर पहुंच गई थी. वहां एसटीएफ की कार टीयूवी 300 पलटी हुई थी। एसटीएफ के अधिकारियों और स्थानीय पुलिस का कहना था कि विकास दुबे को इस दुर्घटना के दौरान सिर में चोट लगी है। जबकि ऐसा नहीं था झूठ क्यों बोला गया?


18. 3 गाड़ियों का काफिला, जिसमें ब्लैक स्कॉर्पियो, व्हाइट टाटा सफारी तूफ़ान और सफेद टीयूवी 300 शामिल थी, वो विकास दुबे को ले जा रही थी। उनकी रफ्तार भी काफी तेज थी, तो अचानक गाड़ी कैसे पलट गई और पलटने से पहले 50 से 100 मीटर तक घसीटते गई तो उसके निशान मौके पर क्यों नहीं दिखे?


19. जब गाड़ी तेज गति से जाते हुए पलटती है, तो गाड़ी में बड़ा नुकसान होना चाहिए था, मगर उस गाड़ी में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ।  केवल गाड़ी के सामने वाला शीशा टूटा हुआ है। ऐसा क्यों?


20. सड़क हादसे से ठीक पहले विकास दुबे टाटा सफारी स्टॉर्म गाड़ी में सवार था, लेकिन सफेद टीयूवी 300 गाड़ी पलट जाने के बाद वहां मौजूद पुलिसवालों ने कहा कि इस हादसे में विकास दुबे के सिर में चोट लगी है।  लेकिन फिर उसे सफारी स्टॉर्म गाड़ी से ही अस्पताल पहुंचाया गया। इस दौरान सफारी टू टीयूवी 300 गाड़ियां आपस में कैसे बदल गई?


 


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