हमीरपुर के मौदाहा में मुठभेड़ में पुलिस ने विकास दुबे का दाहिना हाथ माने जाने वाले अमर दुबे को मार गिराया है। अमर को विकास दुबे गैंग का शातिर बदमाश माना जाता है। वह विकास के साथ चौबीस घंटे साए की तरह साथ रहता था।
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चौबेपुर के बिकरू गांव में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में ढाई लाख के इनामी मोस्ट वांटेड विकास दुबे के पारिवारिक भतीजे अमर दुबे काे बुधवार की सुबह एसटीएफ ने हमीरपुर के मौदहा रोड के पास मुठभेड़ में मार गिराया। अमर विकास दुबे का दाहिना हाथ था और उसकी गाड़ी चलाने के साथ सुरक्षा में 24 घंटे साए की तरह रहता था।2 जुलाई की रात कानपुर देहात के बिकरू गांव में शूटआउट के मामले में भी अमर दुबे की तलाश थी। यूपी पुलिस ने जिन अपराधियों की तस्वीरें जारी की थी, उसमें अमर दुबे का नाम सबसे ऊपर था। पुलिस ने उस पर 25 हजार का इनाम भी घोषित किया था। एक न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, वो मुख्य आरोपी विकास दुबे का चचेरे भाई का लड़का था।
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अमर मूल रूप से शिवली थाना इलाके का था, लेकिन पिछले कुछ सालों से बिकरू गांव में रह रहा था। औरैया में दिबियापुर हाइवे पर रविवार को लावारिस कार मिली थी। कार में अमर के डॉक्यूमेंट मिले, जिनसे पता चला कि लखनऊ में भी उसका घर है।अमर दुबे मंगलवार रात मौदहा इलाके के अरतरा गांव में अपने रिश्तेदार नरोत्तम दीक्षित के घर पहुंचा था। रिश्तेदार उससे घर लौटने को कहते रहे, लेकिन वह रात 10 बजे से सुबह 4 बजे तक वहीं जमा रहा। सुबह वहां से निकला तो पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया।