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मौसम ने ली करवट, तेज *बारिश के साथ आई आंधी,​ जमकर हुई ओला वृष्टि, बढ़ी किसानो की चिंता

तेज़ बारिश के साथ आसमान से भरी मात्रा में गिरे ओलो ने किसान की चिंता बढ़ा दी है।


पश्चिमी विक्षोभ के चलते बुधवार की रात तेज आंधी के साथ हुई बारिश ने जिले में जमकर तबाही मचाई। महराजगंज क्षेत्र में हवा के झोंके से पेड़ उखड़ गये और खंभों के टूटने से विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। टिनशेड व छप्पर उड़ने से वृद्ध समेत तीन लोग घायल हो गये और दबकर एक मवेशी ने दम तोड़ दिया। मौसम की मार के कारण जनपद में जगह-जगह गेहूं की फसलें गिर गईं। दलहनी व तिलहनी फसलों को भी काफी नुकसान हुआ है।


मार्च माह में दस दिन के भीतर दूसरी बार पश्चिमी विक्षोभ के कारण फसलों को काफी नुकसान हुआ है। बेसहारा पशुओं के निवाला बनने से बची फसलें गिरने से किसान तबाह हो गये। राजस्व विभाग नुकसान के आंकलन में लगा हुआ है। महराजगंज क्षेत्र में तेज हवा के साथ बरसात व ओले गिरने से कई पेड़ उखड़ गये। साथ ही कई बिजली के खंभे टूट गये। दर्जनों घरों पर पेड़ गिरने तथा सीमेंट सीट व छप्पर उड़ जाने से तीन घायल हो गए। बख्शा विकास खंड के चितौड़ी गांव में गुलाब सिंह, सुशील पांडेय, लाल बहादुर सिंह एवं डा. अवधेश सिंह के मकानों पर पेड़ गिर जाने से काफी क्षति हुई। वहीं दिलीप पांडेय के मकान पर बिजली का खंभा गिर जाने से मकान क्षतिग्रस्त हो गया। गांव में आने वाले रास्तों पर वृक्ष व बिजली के खंभे गिर जाने से आवागमन बाधित है। महराजगंज थाना क्षेत्र स्थित बरचौली गांव में तेज आंधी के कारण अमर बहादुर सिंह के रिहायशी मकान की सीमेंट शीट उड़कर टूट गई। जिससे उनकी मां सुंनरा देवी(65) गंभीर रूप से घायल हो गयीं। उन्हें इलाज हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तेजी बाजार ले जाया गया। जनौर निवासी इंदू यादव (50) पत्नी राय साहब पेड़ की डाल गिरने से घायल हो गयीं। छप्पर गिरने से गोविदा यादव (45) उनकी मां भंवरा देवी (70) भी घायल हो गयीं। उन्हें इलाज हेतु तेजी बाजार स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाया गया। क्षेत्र के कई गांवों में छप्पर व टिनशेड गिरने से नुकसान हुआ है।



बीती रात तेज हवाओं के साथ अचानक ओलावृष्टि शुरू हो गई। ओलावृष्टि के बाद तेज बारिश शुरू हुई जिससे गली मोहल्लों में जगह-जगह पानी भरने से जलभराव की स्थिति पैदा हो गई। देर रात गिर रहे ओलों की आवाज से ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे कहीं से पथराव किया जा रहा हो। ओलों की साइज मध्यम साइज के आलू के बराबर थी । ओलावृष्टि से जन जीवन को तो नुकसान नहीं पहुंचा परंतु फसलों तथा सब्जियों को भारी नुकसान पहुंचा है। आम की फसल इस समय चारों तरफ लगी हुई है और आंधी तथा पानी के साथ ओलावृष्टि से भारी मात्रा में आम टूट कर नीचे गिर गए इसके अलावा जो आम पेड़ पर लगे हैंं उनमें से जिन आमों के ऊपर ओला गिरा होगा एक-दो दिन बाद उन आमो के रंग बदलने शुरू हो जाएंगे। खेतो में खड़ी गेहू की फसल भी खराब होने का डर किसानो को सता  रही है। 


किसानों का कहना है कि ओला गिरने से काफी मात्रा में आम को नुकसान होने की संभावना है, वही सब्जी की खेती कर रहे किसानों का कहना है कि उनकी सब्जी के पौधों पर ओले से काफी नुकसान हुआ है। पत्ते टूट गए हैं तथा लगी हुई सब्जियों पर भी ओलों का असर पड़ा है। ओलावृष्टि से किसान को काफी नुकसान होने की संभावना है। भले ही मौसम विभाग ने पूर्व से चेतावनी दी थी, परंतु खेतों में लगी फसल को दैवीय आपदा से बचाना मुमकिन नहीं होता है। सतर्कता से केवल जनजीवन को ही बचाया जा सकता है।


भारी ओलावृष्टि व बारिश ने मचाई तबाही


देर रात हुई ओला कि बारिश से किसानों के खेतों में गिरी गेहूं की फसल दलहनी व तिलहनी को भी हुआ भाई नुकसान
जिले में भारी बारिश और ओलावृष्टि से किसानों में मायूसी छाई। खेतों में खड़ी फसल भारी बारिश से हुई बर्बाद।


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