सुप्रीम कोर्ट का आदेश SIT करे आरोपों की जाँच, छात्रा मिली राजस्थान में
सुप्रीम कोर्ट ने एलएलएम की छात्रा द्वारा पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद के संस्थान एसएस लॉ कॉलेज और उसके प्रबंधन पर लगाए गए उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए उत्तर प्रदेश सरकार को विशेष जांच दल (एसआइटी) गठित करने का आदेश दिया है।
राजस्थान से मिली यौन शौषण का आरोप लगाने वाली छात्रा
पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद के खिलाफ यौन शौषण का आरोप लगाने के बाद गायब छात्रा को पुलिस ने ढूंढ लिया है. जानकारी के मुताबिक, छात्रा को राजस्थान से बरामद कर लिया गया है. उत्तर प्रदेश पुलिस की एक टीम को छात्रा के राजस्थान में उसके होने की जानकारी मिली, जिसके बाद पुलिस वहां पहुंची और छात्रा को बरामद किया. आरोप लगाने वाली छात्रा अपने एक दोस्त के साथ मिली है. इस मामले में पुलिस कई दिनों से जांच में जुटी थी. छात्रा के लापता होने की खबर पर पुलिस जगह-जगह उसे तलाश कर रही थी.
आइजी रैंक के अधिकारी करेंगे एसआईटी की अध्यक्षता
कोर्ट ने कहा है कि एसआइटी की अध्यक्षता आइजी रैंक के अधिकारी करेंगे, जबकि एसएसपी उन्हें सहयोग करेंगे। एसआइटी लड़की के आरोपों और आशंकाओं के अलावा उसके पिता और संस्थान द्वारा दर्ज कराई गई क्रास एफआइआर के आरोपों की भी जांच करेगी।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि चिन्मयानंद पर छात्रा द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच एसआईटी करेगी और इलाहाबाद हाईकोर्ट जांच की निगरानी करेगा. इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने साफ किया कि अभी आरोपों को लेकर कोई राय व्यक्त नहीं की जा रही है।
परिवार को सुरक्षा मुहैया कराने का निर्देश
माता-पिता की ओर से जताई गई सुरक्षा की चिंता पर कोर्ट ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव को शाहजहांपुर के एसएसपी को लड़की के परिवार को सुरक्षा मुहैया कराने का निर्देश दिया है। हाई कोर्ट सुरक्षा की समीक्षा करेगा।
कोर्ट ने लड़की और माता-पिता से की बातचीत
सोमवार को जस्टिस आर भानुमति व जस्टिस एएस बोप्पना की पीठ ने चैंबर में पीड़ित लड़की और माता-पिता से बात करने के बाद आदेश जारी किए। कोर्ट ने कहा कि लड़की से बात की है और उसे संस्थान और प्रबंधन से शिकायत है। वह मामले की मेरिट पर कोई राय नहीं प्रकट कर रहे हैं। कानून के मुताबिक आरोपों की जांच होनी चाहिए।
क्या है मामला ?
मामला यूपी के शाहजहांपुर से जुड़ा है। शाहजहांपुर में चिन्मयानंद के एक डिग्री कॉलेज से एलएलएम(लॉ) कर रही एक छात्रा ने सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल करके चिन्मयानंद पर जान से मारने की धमकी देने और इसके बाद बदहाली में जीने की बात कहते हुए सरकार से मदद मांगी थी।
फेसबुक पर 24 अगस्त को अपलोड एक वीडियो में छात्रा ने स्वामी चिन्मयानंद से उसे और उसके परिवार को जान का खतरा बताया था। इस केस में छात्रा के पिता की तहरीर पर स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ अपहरण और जान से मारने की धमकी मुकदमा दर्ज किया गया था।
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