पहले ही दौरे में जालौन की नई प्रभारी मंत्री ने छोड़ी अलग छाप
उरई।
जिले की नवनियुक्त प्रभारी मंत्री नीलिमा कटियार ने दो दिन के अपने पहले दौरे में कई कार्यक्रमों में भाग लिया जिससे भारी गहमा-गहमी देखी गई।
प्रदेश मंत्रिमंडल के हाल के विस्तार के बाद मंत्रियों को जिलों के आवंटन में भी व्यापक हेरफेर किया गया था। जालौन जिले का प्रभार पहले अपना दल कोटे के मंत्री जय कुमार जैकी के पास था। फेरबदल के बाद जिले की देखरेख अब पुश्तैनी भाजपाई मंत्री नीलिमा कटियार को सौपी गई है। मंगलवार को वे पहली बार जिले के दौरे पर पहुंचीं तो उन्होंने दो दिन के सघन प्रवास का कार्यक्रम बनाया।
नीलिमा कटियार पहले ही दौरे में सरकार की अलग छाप छोड़ने के इरादे से यहां पहुंची थीं। सहयोगी दल के मंत्री के हवाले जिला होने से भाजपाई अभी तक उनके कार्यक्रमों में अपने को बेगाना महसूस करते थे। लेकिन नीलिमा कटियार के दौरे में नजारा अलग ही रहा।
प्रभारी मंत्री निरीक्षण भवन में पहुंचने के बाद सबसे पहले राठ रोड स्थित वृद्धाश्रम में पहुंची। जहां उन्होंने निराश्रित बुजुर्गों को फल बांटकर उनके साथ समय बिताया। बुजुर्गों से कहा कि वे अपने को तन्हा न समझें उनकी पार्टी और सरकार सुख-दुख बटाने के लिए उनके साथ है। भाजपा के स्थानीय नेताओं से भी उन्होंने कहा कि वृद्धाश्रम को वे भी एक तीर्थ स्थान की तरह हमेशा वैसी ही वरीयता दें जैसी आज दी गई है।
इसके बाद उन्होंने कोतवाली के सामने गांधी चबूतरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में सरकार की उपलब्धियों पर लगाई गई प्रदर्शनी का फीता काटकर उदघाटन किया। इसके बाद वे वहीं भाजपा कार्यालय में जा पहुंचीं जहां उन्होंने पार्टी के जिला पदाधिकारियों व मंडल अध्यक्षों के साथ बातचीत की। उनसे पार्टी और प्रशासन के बारे में फीडबैक लिया, विकास को लेकर उनके सुझावों को सुना। भाजपा पदाधिकारियों को आज पहली बार लगा कि वे सत्ता में हैं। कई पदाधिकारियों ने अधिकारियों के खिलाफ गुबार निकाले। उनकी शिकायतें सुनने में प्रभारी मंत्री ने पूरी संजीदगी दिखाई।
भाजपा कार्यालय से प्रभारी मंत्री निरीक्षण भवन वापस पहुंची तो उन्होंने पार्टी की जिले की कोर कमेटी के साथ मंत्रणा की जिसमें सांसद और विधायक भी थे। इन माननीयों के भी अलग दुखड़े रहे। प्रभारी मंत्री ने उन्हें नसीहत दी कि वे सार्वजनिक रूप से एका प्रदर्शित करने में कोई चूक न होने दें। साथ ही ध्यान रखे कि उनके ही क्रियाकलापों से जिले में पार्टी और सरकार की छवि जनमानस में निर्धारित होगी। इसलिए उन्हें बहुत सावधानी से लोकलाज का ध्यान रखते हुए कार्य करना चाहिए। जब प्रभारी मंत्री यह कह रहीं थीं तो कुछ जन प्रतिनिधि चोरी पकड़ी जाने के अंदाज में सिर नीचा करके बैठे थे।
प्रभारी मंत्री ने युद्धस्तरीय सक्रियता दिखाते हुए इन बैठकों को निपटाने के बाद बाढ़ का जायजा लेने के लिए रामपुरा कूंच कर दिया। नीलिमा कटियार की इस ताबड़तोड़ शैली ने भाजपा कार्यकर्ताओं में भी नई उमंग और उत्साह का संचार कर डाला।
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